चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया है कि राज्य सरकार ने इस बार पूर्व की परंपरा से पहले 25 सितम्बर से प्रदेश में खरीफ फसलों की खरीद शुरू करने का निर्णय लिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार किसान हितैषी निर्णय लेते हुए एक अक्तूबर की बजाय 25 सितम्बर से ही धान की सरकारी खरीद शुरू करने जा रही है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसानों के लिए 25 सितम्बर का दिन दोहरी खुशी लेकर आया है क्योंकि एक तो उसी दिन किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल का जन्मदिन है और उसी दिन किसानों की इच्छानुसार वर्तमान सरकार धान की खरीद आरंभ करने जा रही है. धान की खरीद आमतौर पर एक अक्टूबर से होती है. इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि हमने धान खरीद पहले शुरू करने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है.
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि खरीद से संबंधित तैयारियां करने के लिए खरीद एजेंसी से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं. अधिकारियों को कहा गया है कि किसी भी किसान को अपनी फसल की बिक्री के समय कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा सरकार ने मंडियों में किसानों की सहूलियत के लिए पूरे इंतजाम कर दिए हैं. किसान लगातार धान की खरीद शुरू करने की मांग कर रहे थे, क्योंकि मंडी में उनकी फसल आनी शुरू हो गई थी.
इससे पहले मंडियों में बाजरे की आवक को देखते हुए सरकार ने 23 सितंबर से ही बाजरे की खरीद शुरू कर दी है. हैफेड के जरिए प्रदेश की 35 मंडियों में बाजरे की खरीद शुरू कर दी गई है. केवल भिवानी अनाज मंडी में शनिवार को 700 क्विंटल बाजरे की आवक देखी गई. सरकार बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2200 रुपये के साथ 300 रुपये बोनस भी दे रही है. यानि किसानों को 2500 रुपये प्रति क्विंटल का दाम मिल रहा है.