राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत विशेष कैम्प का किया जाए आयोजन: डा. वैशाली शर्मा
करनाल/टीम एक्शन इंडिया
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को जिला में सफल बनाने के लिए मंगलवार को लघु सचिवालय में जिला समन्वय समिति की बैठक का आयोजन अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम के तहत निर्धारित आयु वर्ग के बच्चों व महिलाओं को कवर किया जाए। एल्बेंडाजोल की गोली व टीकाकरण किया जाए, कोई भी छूट ना पाए। इसके लिए विशेष कैम्प आयोजित करके टीकाकरण के कार्यक्रम को सफल बनाया जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली पूर्णत: सुरक्षित व प्रभावशाली है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान में पूरा सहयोग देकर इसको कामयाब बनाए तथा आम जन से यह अपील की कि 10 फरवरी व 17 फरवरी को स्कूलों व आगंनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से दी जाने वाली एल्बेंडाजोल की गोली को अपने बच्चों को अवश्य खिलाए ताकि भारत की भावी पीढ़ी को तन्दुरूस्त बनाया जा सके।
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नीलम वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य 1-19 वर्ष के सभी बच्चों एवं 20-24 वर्ष आयु की सभी महिलाओं, जोकि गर्भवती न हो तथा स्तनपान ना करवा रही हो को, कृमि मुक्त करना है। उन्होंने बताया कि स्कूल हैल्थ कार्यक्रम के अन्तर्गत, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम के तहत 10 फरवरी जिले के 1-19 वर्ष के लगभग 4. 5 लाख बच्चों को सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा आगंनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली नि:शुल्क खिलाई जाएगी तथा जो बच्चे किसी कारणवश छूट जाएंगे, उन्हें 17 फरवरी मोप अप रॉउड के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों में खून की कमी का एक मुख्य कारण कृमि (पेट के कीड़े) होते है, जिस कारण बच्चों के विकास में कमी आ जाती है, इसलिए अपने घरों व आस-पास के इलाके में साफ-सफाई का ध्यान रखे, खाने-पीने की चीजों को ढककर रखे, फल व सब्जियों को उपयोग से पहले साफ पानी से धोये, साफ पानी पीये, मिट्टी में खेलते व चलते समय जूते/चप्पल पहने, खुले में शौच न करे, हमेशा शौचालय का प्रयोग करे एवं खाना खाने से पहले व शौच जाने के बाद हाथ साबुन से अवश्य साफ करें ताकि कृमि रोग से बचा जा सके। उपरोक्त के अतिरिक्त इस प्रोग्राम के दौरान जिले में 20-24 वर्ष की विवाहित महिलायें जो गर्भवती ना हो, व स्तनपान ना करवा रही हो, उन सभी को भी नि:शुल्क एल्बेंडाजोल की गोली आगंनवाडी केन्द्र पर खिलाई जाएगी।
कृमि (पेट के कीड़े) संक्रमण के लक्षण
गंभीर कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते है जैसे पेट दर्द, जी मिचलना, उल्टी, दस्त, कमजोरी, वजन कम होना, रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना और पढ़ाई में ध्यान ना लगना, बच्चे में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमण के लक्षण उतने अधिक होगे, बच्चों में खून की कमी (अनीमिया), बच्चों के विकास में बाधा । स्वास्थ्य और पोषण में सुधार, रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि, अनीमिया पर नियंत्रण, सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार, समुदाय में कृमि संक्रमण की व्यापकता में कमी।
इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ. नीलम, डॉ. कैलाश चिकित्सा अधिकारी, डा. मंजीत खडा शिवांगी, जिला प्रोग्राम मैनेजर मृदुला, जिला किशोर स्वास्थ्य अधिकारी डा.लविश, जिला आशा कोर्डिनेटर संजीव तथा काउंसलर दीपशिखा, उप जिला शिक्षा अधिकारी वंदना, डब्ल्यूसीडीपीओ कमलेश उपस्थित रही।