हिमाचल प्रदेश

लोगों ने सरकार-प्रशासन से उठाई मांग, बच्छरेटू किले को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित करे सरकार

बरठीं: जिला बिलासपुर के अंतर्गत झंडूता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ऐतिहासिक बच्छरेटू किला को सरकार की नजर-ए-इनायत की दरकार है। सरकार की अनदेखी के चलते यह किला जर्जर हालत में पहुंच चुका है। हालांकि वर्तमान प्रदेश कांग्रेस सरकार ने जिला बिलासपुर के तहत दो किलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने को लेकर दो-दो करोड़ की राशि स्वीकृत की है। जिसके चलते यहां पर पर्यटन की दृष्टि से भी बढ़ावा मिलेगा।

वहीं, अब झंडूता विस क्षेत्र के तहत बच्छरेटू किला को भी बेहतर बनाने को लेकर स्थानीय लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि इस किले को लेकर भी राशि स्वीकृत की जाए। जानकारी के अनुसार झंडूता विधानसभा क्षेत्र तहत शाहतलाई से कुछ ही दूरी पर बच्छरेटू मंदिर पड़ता है। वहीं, कुछ ही दूरी पर किला भी है। जिसके चलते यहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन किले की जर्जर हालत देखकर अधिकतर लोग वापस लौट जाते हैं। बताया जा रहा है कि इस किले में पहुंचने के लिए जहां यातायात सुविधा भी है। वहीं, सडक़ से कुछ ही दूरी पर है। प्रदेश के अलावा अन्य बाहरी राज्यों के लोग भी पहुंचते हैं। बच्छरेटू में हर साल बैसाखी पर्व का मेला भी आयोजित किया जाता है।

जिसके चलते इस किले को सरकार द्वारा जीर्णोद्वार किया जाए तो यह यहां पर आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है। लेकिन अभी तक इस किले की दयनीय हालत सुधारने को लेकर किसी भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई है। वहीं, कांग्रेस सरकार ने जिला के तहत दो किले को पर्यटन की दृष्टि से उभारने को लेकर दो-दो करोड़ की राशि स्वीकृत की है। जिससे क्षेत्र के लोगों को उम्मीद जगी है कि कांग्रेस सरकार की ओर से इस ओर भी उचित कदम उठाए जाएंगे। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन भी सृजित होंगे। वहीं, साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी इस किले को बनाया जा सकता है।

ग्राम पंचायत कोसरियां, बच्छरेटू, बासड़ा, कोठी, कोसरियां, मरूड़ा, नघ्यिार, बडग़ांव, डोहक, घराण, टांगू, कोसरियां, भगतपुर, शाहतलाई, सेऊ, परला मरूड़ा, चौंता सहित अन्य क्षेत्र के लोगों ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने खस्ताहाल किलों की दयनीय हालत सुधारने को लेकर गंभीरता दिखाइ्र्र है। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर इस किले को भी पर्यटन की दृष्टि से उभारा जाए। उन्होंने कहा कि इस किले से भाखड़ा बांध तक दिखाई देता है। विशाल गोबिंदसागर झील का नजारा दूर-दूर तक देखा जा सकता है।

रोजगार भी बढ़ेगा

यदि सरकार इस क्षेत्र पर नजर-ए-इनायत करती है तो यहां पर्यटन तो निखरेगा ही, साथ में रोजगार और आमदनी के साधन भी बढ़ेंगे। इससे जहां स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं यहां पर्यटकों को भी निहारने के लिए अच्छा पर्यटन मिलेगा। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द इस क्षेत्र में पर्यटन निखार करना चाहिए।

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