राजस्थान-टोंक में अंतर-धार्मिक विवाह नौ साल बाद भी नहीं स्वीकार, बेटी के साथ BJP की शरण में पहुंचा युगल
टोंक.
बीते नौ साल पहले एक मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के के बीच प्रेम हो गया। मुस्लिम लड़की अपना घर-द्वार छोड़कर हिंदू लड़के के साथ सात फेरे लेकर उसकी हो गई। इस दौरान एक बेटी भी पैदा हुई, परंतु आज नौ साल बाद हिंदू समाज मुस्लिम बहू और अपनी पोती का दुश्मन बन गया है। बता दें कि लड़का मनोज सैनी टोंक जिले का निवासी है और अपने ही मोहल्ले की सोनल आबिदा से प्रेम कर बैठा था।
सोनल को भी मनोज अच्छा लगने लगा था। दोनों के बीच प्रेम धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा। इस प्रेम में दोनों राजी थे, परंतु इनका धर्म सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ था। लड़की मुसलमान है और लड़का हिंदू है। खैर दोनों ने अपने परिवार को छोड़कर शादी कर ली। एक बेटी भी पैदा हुई, परंतु नौ साल बाद जब मनोज अपनी बीवी और बच्ची के साथ अपने पारिवारिक घर लौटा तो स्थिति बदल चुकी थी। दोनों ही समुदाय के लोग इस प्रेमी युगल के दुश्मन हो चुके थे।हिंदू चाहते हैं कि मुसलमान इनको मार दे और मुसलमान चाहते हैं कि हिंदू इन्हें मार दे, जिसके चलते पूरे समाज की बेटियों को एक सीख मिल सके। दरअसल, यह प्रेमी युगल टोंक से देवली चला गया था। जहां मनोज ने एक फास्ट फूड का ठेला लगा लिया और रहने को एक कमरा किराए पर ले लिया। दोनों की एक बेटी भी हुई, लेकिन कोरोना के चलते उनका धंधा खत्म हो गया और दोनों के पास खाने के भी पैसे नहीं बचे। सोनल आबिदा खान (लड़की का पूरा नाम है) ने बताया कि काम-धंधा जब ही पनप सकता था, यदि हम एक जगह स्थिरता से रह पाते। क्योंकि मैं मुसलमान हूं और यह हिंदू, इसके लिए हमको छुपकर रहना पड़ता था।
आबिदा ने बताया, किसी को पता चलता था तो हमको घर नहीं देता था। कोई हमसे संबंध नहीं रखता था। सोनल बोली कि मैं यह सुनकर शादी की थी हिंदू समाज में महिलाओं की स्थिति बड़ी अच्छी है। परंतु मेरी स्थिति तो इतनी खराब है कि मेरे ससुराल वाले तो मुझे अपशब्दों से बुलाते हैं। मनोज कहता कि मुस्लिम परिवार मुझे मरना चाहते हैं और मेरे खुद के घर वाले भी नहीं चाहते कि मैं उनके साथ रहूं। मनोज बोला कि मुश्किल में परिवार ही सहारा होता है, परंतु हमारा कोई नहीं है। इस प्रेमी युगल ने पुलिस के पास फरियाद की, जो बेकार रही। आज राजधानी जयपुर स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे हैं, जहां सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि इनकी मदद की जाए।