केंद्रीय मंत्री ‘मुख़्तार अब्बास नकवी’ का इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दे नकवी भाजपा सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री थे, मोदी सरकार के दो मंत्रियों के राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल गुरुवार को खत्म हो चूका है, कल हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद नकवी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, इस मीटिंग में प्रधान मंत्री मोदी भी शामिल हुए थे, पीएम मोदी ने मंत्री के तौर पर नकवी के योगदान की तारीफ की. नकवी के साथ स्टील मंत्री आरसीपी सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया उनका भी कार्यकाल गुरुवार को खत्म हो रहा है,
कैबिनेट की इस बैठक में पीएम मोदी ने दोनों केंद्रीय मंत्रियों को विदाई देते हुए कहा : कि दोनों ने मंत्री पद पर रहते हुए देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इन दोनों ही मंत्रियों का राज्यसभा कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। मुख़्तार अब्बास नकवी राज्यसभा के सदस्य थे. इनका भी राज्यसभा कार्यकाल आज खत्म हो रहा है, नकवी को इस बार बीजेपी ने राज्यसभा नहीं भेजा है. माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है.
बीजेपी में मिल सकती है कोई अहम भूमिका
मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी में हमेशा अहम भूमिका में रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता के रूप में उन्होंने लंबे समय तक काम किया है. इसके साथ ही अटल बिहारी बाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के भी करीबी रह चुके हैं. नकवी पहली बार 1998 में लोकसभा चुनाव जीते थे, और बाजपेयी मंत्रिमंडल में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री बनाए गए थे. उसके बाद वे 2014 को मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री बने थे, और अभी तक अपना कार्यभार संभाल रहे थे,
मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अटकले लगाई जा रही है, बीजेपी नकवी को कोई बड़ा पद दे सकती है सूत्रों की माने तो नकवी को उपराष्ट्रपति पद का उमीदवार बनाया जा सकता है , बीजेपी नकवी को कौनसा पद देगी वह जल्द ही साफ़ हो जायेगा।