मांगों को लेकर सरकार पर बरसे रिटायर्ड पेंशन कर्मचारी
अम्बाला (मनीष कुमार)
अम्बाला शहर में आज अपनी विभिन्न मांगो को लेकर रिटायर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी वह उपायुक्त कार्यालय में देने पहुंचे। रिटायर कर्मचारियों का कहना था कि वह लंबे समय से अपनी मांगो को लेकर संघर्ष कर रहे है। लेकिन उनकी मांगे अभी तक सरकार ने नहीं मानी। रिटायर कर्मचारियों ने कहा कि 58 वर्ष की आयु तक उन्होनें सरकारी विभागों में सेवा दी। ऐसे में सरकार को रिटायर कर्मचारियों के बारे में भी सोचना चाहिए। रिटायर कर्मचारियों ने कहा कि 65, 70, 75 वर्ष की आयु पुरी होने पर मूल पेशंन में 5, 10 व 15 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी कि जाए। उन्होनें यह भी कहा कि पढ़ोसी राज्यों में सरकारों ने यह प्रावधान दिया हुआ है। लेकिन हरियाणा सरकार अभी तक वरिष्ठ नागरिकों को यह सुविधा नहीं दे रही है। उन्होनें कहा कि मेडिकल भत्ता 1 हजार रूपए से बढ़ा कर 3 हजार रूपए प्रति माह बढ़ाया जाए। क्योकिं बढ़ती आयु में ईलाज पर भी अधिक खर्च आता है। इसलिए अधिक दवाओं की आवश्यकता होती है। जबकि दवाइयों के दाम आसमान छू रहें है। वरिष्ठ नागरकिों का कहना था कि कैशलेस ईलाज की सुविधा सभी बिमारियों के लिए लागू कि जाए। 2021 में विधानसभा में घोषणा भी कि गई थी। लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया।
फैमली पेंशन धारको को एलटीसी का प्रावधान किया जाए। काम्यूटेशन की रिक्वरी की अवधी 15 वर्ष से घटाकर 13 वर्ष कि जाए।
पुरानी पेंशन निती बहाल कि जाए। हाई कोर्ट सुर्प्रीम कोर्ट द्वारा रिटायर कर्मचारियों के बारे में दिये गए फैसलों की समिक्षा कर उसे शीघ्रता के साथ लागू किया जाए। इस दौरान रिटायर कर्मचारियों ने यह भी कहा कि उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गई तो आंदोलन इसी प्रकार आगे भी जारी रहेंगे।