सिरमौर आबकारी विभाग ने बनाया शराब ठेकों की नीलामी का सुपर फार्मूला
टीम एक्शन इंडिया/नाहन/एसपी जैरथ
राज्य कर एवं आबकारी विभाग जिला सिरमौर के द्वारा शराब के ठेकों की नीलामी को लेकर इस बार सुपर फामूर्ला तैयार किया है। तैयार किए गए सुपर फ ॉमूर्ला के तहत ना केवल मिलान रहने वाले शराब के ठेके गुलजार होंगे बल्कि ठेकेदार भी मलाई के साथ खुरचन खाने को मजबूर होंगे। जिला सिरमौर एक्साइज डिपार्टमेंट के उपायुक्त हिमांशु तथा उनके सबसे काबिल अधिकारियों की टीम के द्वारा राजस्व में 7 करोड़ से अधिक की वृद्धि दर्ज करवाए जाने का लक्ष्य भी रखा गया है। बड़ी बात तो यह है कि जहां बीते वित्त वर्ष में सिरमौर में विभाग के द्वारा 10 यूनिट बनाए गए थे, वहां इस बार सुपर फामूर्ले के तहत केवल पांच यूनिट ही बनाए गए हैं। ऐसा किए जाने के पीछे अधिकारियों की पारखी नजर ने कमजोर साबित रहने वाले यूनिट्स को भी संजीवनी दी है। जैसे कि पहले बहुत से ऐसे ठेके थे जिनकी कोई भी ठेकेदार बोली नहीं देता था और विभाग को ओने पौने दामों में यह ठेके मजबूरन देने पड़ते थे। मगर अब यूनिट्स को प्लग करने के बाद यह ठेके भी कमाऊ पूत साबित होंगे। विभाग के द्वारा बनाए गए 5 यूनिट्स में पहला यूनिट् नाहन-ददाहू बनाया गया है जिसकी बोली के लिए रिजर्व प्राइस 11 करोड़ 54 लाख रुपए रखा गया है। इसी प्रकार दूसरा यूनिट कालाअंब धौलाकुआं रखा गया है जिसकी रिजर्व प्राइस 8 करोड़ 92 लाख रुपए रखी गई है। तीसरी यूनिट राजगढ़ सराहां बनाई गई है जिसकी रिजर्व प्राइस 14 करोड़ 16 लाख रखी गई है।चौथा यूनिट बद्रीनगर शिलाई बनाया गया है जिसकी रिजर्व प्राइस 12 करोड़ 93 लाख रुपए रखी गई है। पांचवा और अंतिम यूनिट पूरु-वाला गोविंदघाट बनाया गया है जिस रिजर्व प्राइस 12 करोड़ 42 लाख रुपए रखी गई है। बता दें कि आज यानी वीरवार को टेंडन बॉक्स उपायुक्त कार्यालय में रख दिए गए हैं।
यानी आज से इन यूनिट्स के लिए इच्छुक व्यक्ति अपना टेंडर डाल सकता है।तो वहीं अ_ारह मार्च को ठीक 10:30 बजे उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम की अध्यक्षता में इन सभी पांच यूनिट के लिए बोली लगेगी और बाद में टेंडर खोले जाएंगे। इस प्रकार जहां पहले जिला सिरमौर के सभी यूनिट्स की रिजर्व प्राइस मात्र 53 करोड़ थी इस बार यह रिजर्व प्राइस 60 करोड़ से अधिका की जा रही है। और मजे की बात तो यह है कि इस फामूर्ले के तहत ठेकेदारों की दादागिरी भी काम नहीं कर पाएगी। जाहिर है यूनिट्स को प्लग करने के बाद यूनिट लेने वाले ठेकेदार को कमजोर ठेके भी संभाल ले पड़ेंगे। खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की गई है।