गली की क्रिकेट से ही बनकर निकलता है इंटरनेशनल खिलाड़ी: युसूफ पठान
टीम एक्शन इंडिया
राजमकुार प्रिंस
करनाल। पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट से टीएमसी सांसद एवं पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान ने कहा कि हर इंटरनेशनल खिलाड़ी गली की क्रिकेट से ही बनकर निकलता है। हम भी गली क्रिकेट से निकले हैं और सही समय पर बाहर जाकर भी खेलना जरूरी होता है और वह मौका हमें छोडा नहीं चाहिए। वह आज करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूल में अपनी क्रिकेट अकादमी आॅफ पठान्स कैप का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। हरियाणा के खिलाडिों की प्रशंसा करते हुए पठान ने कहा कि हरियाणा से खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट में भी आए हैं।
हरियाणा के खिलाडोिं में क्रिकेट का टैलेंट भी है। करनाल के अंदर भी अकादमी में काफी अच्छे खिलाड़ी देखने को मिले है। बच्चे यहां से निकलें और प्रदेश व देश के लिए खेलें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाको में भी काफी टैलेंट होता है और उनको आगे बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं और उन्हें मौका दिया जाता है। उन्होंने बताया कि हम भी उस समय खेलते थे, जब सुविधाएं नहीं थी, लेकिन आज बहुत ज्यादा सुविधाएं मिल रही है। बहुत ज्यादा परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि मैं खिलाडिों को एक ही बात कहता हूं कि अगर आप मेहनत करोगे तो आगे जरूर बढ़ोगे। ग्रामीण बच्चों के लिए हम स्कोलरशिप भी देते हैं, ताकि वह भी अपनी प्रतिभा निखार सके। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह अच्छी पहल है कि आईसीसी में युवाओं को भी आगे बढे का मौका दिया जा रहा है।
सांसद के नाते कोलकाता में जूनियर डॉक्टर की रेप व हत्या के बाद पैदा हुए हालातों के सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों वहां के हालात जो हुए थे, उसके बाद वहां के सीएम बहुत ही अच्छा कानून लेकर आए हैं। गलत काम करने वालों को सख्त से सख्त सजा देने का फैसला किया है, यहां तक कि फांसी देने तक का फैसला किया है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यह फैसला लिया गया है।
उन्होंने खिलाडिों को बैट भी बांटे और बच्चों ने उनके साथ वक्त बिताया। साथ ही युसूफ पठान ने स्कूल के खिलाडिों की बोलिंग पर बेहतरीन शॉट भी लगाए।
सीएपी के प्रबंध निदेशक हरमीत वासदेव ने कहा कि जैसा कि हम करनाल में विस्तार कर रहे हैं। हम इस जीवंत शहर में छिपी प्रतिभाओं को उजागर करने के अवसर को लेकर उत्साहित हैं। 30 से ज्यादा केंद्रों में 10 हजार से ज्यादा छात्रों को प्रशिक्षित करने के साथ, हमारा मिशन भारत के हर कोने में संभावित क्रिकेटरों को बेहतरीन कोचिंग और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि सीएपी के पास खिलाडिों को मेंटरिंग करने का एक सफल ट्रैक रिकॉर्ड है, जिसमें 350 से ज्यादा क्रिकेटर जिला, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय टूनार्मेंटों में भाग ले चुके हैं, जिसमें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सीके नायडू ट्रॉफी और कूच बिहार ट्रॉफी जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएं शामिल हैं।