हरियाणा

अध्यापक संघ ने लगाया शिक्षा निदेशालय में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप

हिसार/टीम एक्शन इंडिया
सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा निदेशालय में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। संघ ने मांग की है कि निदेशालय में फैले भ्रष्टाचार की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच की जानी चाहिए। इस संबंध में संघ का प्रतिनिधिमंडल राज्य प्रधान धर्मेंद्र ढांडा के नेतृत्व में निदेशक अशंज सिंह से मिला और अध्यापकों की लंबित मांगे रखी। राज्य प्रधान धर्मेन्द्र ढांडा ने गुरूवार को बताया कि संघ ने निदेशक के समक्ष अध्यापको के तात्कालिक मुद्दे उठाए। संघ नेताओं ने बताया कि पिछले महीने 18 जनवरी तक तथा इस मास का वेतन न मिलने को लेकर अध्यापकों/कर्मचारियों में भारी रोष है। इस वेतन के रुकने में अध्यापक किसी स्तर पर जिम्मेवार नहीं है। लगातार दूसरे महीने का वेतन न निकलने के कारण अध्यापकों पर बैंकों की देनदारी पर पेनल्टी लग रही है। अध्यापकों के खराब परिणाम को लेकर अधिकारी बड़ी—बड़ी प्रताड़ना स्पष्टीकरण जारी करते हैं। क्या सरकार उन अधिकारियों पर कोई कार्यवाही करेगी जिसके कारण डेढ़ लाख अध्यापकों/कर्मचारियों का वेतन लटकाया जा रहा है। शीतकालीन अवकाश के समय अध्यापकों को शिक्षण हेतु बुलाना कोरा ढोंग था। अब 27 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाएं आरंभ होने जा रही हैं। इस दौरान भी योगा, एफएलएनवी सेफ्टी के कैंप लगाकर अध्यापकों को लगातार स्कूलों से बाहर रखा जा रहा है। पीपीपी वैरीफिकेशन करने को बाध्य किया जा रहा है। ऐसे में बच्चों का हित कहां गया। अध्यापक संघ के हस्तक्षेप से फरवरी महीने में लगे अध्यापकों के कैंप बंद करवा कर परीक्षाओं के बाद कैंप लगाने का केवल आश्वासन दिया गया। अध्यापक संघ के महासचिव प्रभु सिंह, कार्यालय सचिव जयबीर सिंह, राज्य उप प्रधान अलका, जिला सचिव पवन कुमार, उप प्रधान प्रमोद जांगड़ा ब्लॉक हिसार द्वितीय के प्रधान बलजीत सिंह व ब्लॉक हिसार प्रथम के सचिव विनोद कुमार ने बताया कि शिक्षा सदन में अध्यापकों के जायज कार्य महीनों तक लटकाए जाते हैं। पहली मंजिल से लेकर छठी मंजिल तक शिक्षा विभाग के एकेडमिक सैल, आईटी सैल और सर्व शिक्षा अभियान में फैले भ्रष्टाचार की जोर शोर से गूंज जरूर सुनाई दी। उन्होंने बताया कि बहुत से अधिकारी दबी जुबान में कहते मिले कि दो अधिकारियों की छत्रछाया में पूरा शिक्षा विभाग घपले-घोटालों व लूट की कमाई का अड्डा बना हुआ है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ मांग करता है कि शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार की उच्च न्यायालय के न्यायधीश की अध्यक्षता में निष्पक्ष जांच करवा कर घोटालेबाजों को कठोर से कठोर सजा दी जाए।

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