कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली के उपराज्यपाल से की मुलाकात
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली की जनता से जुड़े कुछ विषयों के संबध में उनका हस्तक्षेप करने की मांग को लेकर दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिला। श्री यादव ने बताया कि उपराज्यपाल महोदय से दिल्ली के मौजूदा मामलों पर एक घंटा लंबी चर्चा हुई। उपराज्यपाल ने सभी मामलों को गौर से सुना और आश्वासन दिया कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा रखे गए पहलुओं सकारात्मक सोच के साथ कार्यवाही की जायेगी।
ज्ञापन की प्रतिलिपि संलग्न है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव के अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री श्री मंगतराम सिंघल, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज, पूर्व मेयर श्री फरहाद सूरी, पूर्व विधायक श्री जय किशन के साथ भलस्वा डेयरी सहित अन्य डेयरियों के मालिक भी मौजूद थे।
राज निवास से बाहर निकलने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि जल भराव के कारण गाजीपुर के नाले में जिस तरह एक मॉ और उसके बच्चे की नाले में डूबकर मौत हुई और राजेन्द्र नगर में बेसमेंट में डूबने से तीन छात्रों की मौत से अवगत कराया, जिसकी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है, मांग की कि असली दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भलस्वा डेयरी सहित अन्य डेयरियों को हाई कोर्ट के स्थानांरित करने आदेश का है, डेयरी वाले भी चाहते है कि पशुओं की देखभाल अच्छी तरह हो परंतु वहां लोगों ने अपनी जरुरत के हिसाब से अतिरिक्त मकानों का निर्माण किया है उसको नैतिकता के आधार पर देखा जाए और तोड़ा न जाए।
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिवेदन में कहा है कि दिल्ली में नालों की समय पर सफाई नहीं की गई जिसके कारण कई लोगों की जान चली गई। सबसे बर्बरतापूर्ण घटना राजिंदर नगर बेसमेंट में तीन छात्रों की मौत और पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में एक माँ-बेटे की जान जाना थी। यह सब आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और एमसीडी की विफलता के कारण हुआ, यदि समय पर नालों की सफाई कराई होती तो राजधानी में इतनी भयावह घटना नही घटती, मरने वाले अपने परिवार के साथ होते। सभी संबंधित अधिकारी जो जल निकासी कार्य की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार रहे, उन्हें अपने कर्तव्यों की पूरी तरह अनदेखी और लापरवाही के लिए दंडित किया जाना चाहिए।