महाराष्ट्र में एनसीपी के बीच उसके बाद शक्ति प्रदर्शन का दौर जारी है। एक ओर अजित पवार गुट है तो दूसरी ओर एनसीपी संस्थापक शरद पवार हैं। आज दोनों गुटों की ओर से विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। शरद पवार ने अपने गुट के विधायकों को संबोधित करते हुए साफ तौर पर कहा कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वहीं एनसीपी के साथ हुआ है। उन्होंने कहा कि अजित पवार को मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर सहमत नहीं थे तो बातचीत से हल निकाला जा सकता था। गलती को सुधारना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आपने गलत काम किया है तो आप सजा के लिए तैयार रहें।
पीएम ने लगाए थे आरोप
शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी ने एक भोपाल की रैली में एनसीपी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। अगर एनसीपी भ्रष्ट पार्टी है तो सरकार में क्यों शामिल किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आपने (बीजेपी) एनसीपी को भ्रष्ट कहा। तो, अब आपने राकांपा के साथ गठबंधन क्यों किया है?…उद्धव ठाकरे के साथ जो हुआ वह दोहराया गया है। उन्होंने कहा कि अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर उसके मन में कुछ था तो वह मुझसे संपर्क कर सकता था। उन्होंने कहा कि हमें सत्ता की भूख नहीं है; हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो विचारधारा ठीक नहीं, उसके साथ क्यों बैठना?
किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं
मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आज पूरा देश हम पर नजर रख रहा है…एनसीपी के लिए यह बैठक ऐतिहासिक है। हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ते रहना होगा। उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया। अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा। जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं। NCP की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं। यह लड़ाई भाजपा की सरकार के ख़िलाफ़ है। भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है।