चौहार घाटी के जंगल में एंटी नारकोटिक्स ने नष्ट की भांग की खेती
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की दिशा में जहां प्रदेश सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है. वहीं, हिमाचल पुलिस भी लगातार नशा तस्करों पर कार्रवाई कर रही है. पुलिस विभाग द्वारा आए दिन हिमाचल प्रदेश में चरस, अफीम, हेरोइन की तस्करी करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है. इसके अलावा जंगलों में उगी हुई भांग को भी नष्ट किया जा रहा है.
चौहार घाटी में भांग की खेती की नष्ट: इसी कड़ी में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स जिला कुल्लू की टीम ने मंडी जिले की चौहार घाटी के जंगलों में सरकारी भूमि पर उगी भांग की खेती को नष्ट किया है. वहीं, टीम द्वारा अब इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि आखिर किसके द्वारा सरकारी भूमि पर यह भांग की खेती की गई थी, ताकि उस पर मादक द्रव्य अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज किया जा सके.
4 बीघा से ज्यादा भूमि पर भांग की खेती: एंटी नारकोटिक्स ट्रैफिकिंग फोर्स की टीम के डीएसपी हेमराज वर्मा ने बताया कि टीम जब चौहार घाटी के जंगलों में गश्त कर रही थी, तो इस दौरान उन्होंने पाया कि चार बीघा से ज्यादा जमीन पर भांग की खेती की गई है. टीम ने बताया कि यहां पर कुल 64 हजार 238 भांग के पौधे पाए गए. जिसके बाद स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर टीम ने भांग की खेती को नष्ट किया. एंटी नारकोटिक्स ट्रैफिकिंग फोर्स द्वारा अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डीएसपी की लोगों से अपील: डीएसपी हेमराज ने बताया कि अब टीम भांग की खेती करने वाले व्यक्ति की तलाश में जुट गई है. उन्होंने प्रदेश की जनता से भी आग्रह किया कि अगर उनके आसपास भी किसी तरह की नशे की खेती की गई है तो वह इस बारे तुरंत पुलिस को संपर्क करें, ताकि नशे की खेती को नष्ट किया जा सके और हिमाचल को नशा मुक्त बनाया जा सके.