भगवान शिव के खिलाफ टिप्पणीः हिंदू संगठनों का गुस्सा भड़का, व्यापार मंडल ने किया बंद का आह्वान
ऊना। हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार नगर परिषद मैहतपुर स्थित एक निजी अस्पताल के चिकित्सक द्वारा भगवान शिव के खिलाफ की गई अश्लील टिप्पणी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। तमाम हिंदू संगठनों के एक मंच पर आकर हिंदू एकता मंच का गठन करने के बाद अब और भी संगठन इससे जुड़ते जा रहे हैं। गुरुवार को हिंदू एकता मंच के सुर में सुर मिलाते हुए हिमाचल व्यापार मंडल की जिला इकाई द्वारा बंद का आह्वान किया गया जिसके चलते जिला भर के सभी बाजार सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक बंद रखे गए। इस दौरान हिमाचल पंजाब की सीमा पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने एकत्रित होकर डॉक्टर नदीम अख्तर के खिलाफ जोरदार रोष रैली निकाली। युवाओं ने डॉक्टर नदीम अख्तर के अस्पताल परिसर के आगे जोरदार नारेबाजी के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया।
डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग
हिंदू एकता मंच के संयोजक चंदन शर्मा ने कहा कि देश की न्यायपालिका को ऐसे लोगों के खिलाफ नरमी नहीं बरतनी चाहिए उन्होंने कहा कि डॉक्टर की जमानत याचिका खारिज होनी चाहिए और उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। दूसरी तरफ नगर परिषद के पूर्व पार्षद विवेक भारद्वाज ने कहा कि डॉ नदीम इससे पहले भी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां और पोस्ट करता आया है ऐसे में डॉक्टर के खिलाफ व्यापक जांच करते हुए कार्रवाई अमल में लानी चाहिए और इसके किस किस जगह किस किस के साथ संबंध हैं उसकी भी जांच हो। हिंदू संगठनों ने ऐलान किया कि यदि अब भी डॉक्टर नदीम अख्तर की जमानत याचिका खारिज नहीं होती है तो इसके बाद प्रदेश भर में उग्र आंदोलन होगा।
टिप्पणी अभद्र नहीं है असहनीय है
हिमाचल व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश शर्मा ने कहा कि डॉक्टर नदीम अख्तर द्वारा की गई टिप्पणी केवल मात्र अभद्र नहीं है अपितु यह असहनीय है। उन्होंने कहा कि देव भूमि हिमाचल प्रदेश के लाखों लोग भगवान शिव को अपना आराध्य मानते हैं ऐसे में डॉक्टर नदीम को टिप्पणी करने से पहले कुछ सोचना चाहिए था कि वह एक समुदाय और धर्म विशेष के खिलाफ अपमानजनक शब्द लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल व्यापार मंडल ने हिंदू एकता मंच के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए बंद का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यदि अब भी डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो हिमाचल व्यापार मंडल प्रदेश भर में बंद का आह्वान करते हुए कारोबार ठप करेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और प्रशासन की होगी।