हिमाचल प्रदेश

उड़ान योजना के तहत Chandigarh के लिए हवाई सेवा शुरू करने की उठी मांग, कारोबारी बोले- कुल्लू से अमृतसर के साथ जोड़ा जाए चंडीगढ़

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अब अमृतसर से भुंतर हवाई अड्डा के लिए भी हवाई सेवा शुरू कर दी गई है. ऐसे में अब कुल्लू घाटी के पर्यटन कारोबारियों ने केंद्र सरकार से मांग रखी है कि यह हवाई सेवा चंडीगढ़ के लिए भी शुरू की जानी चाहिए, ताकि चंडीगढ़ से भी सैलानी कुल्लू पहुंच सके और यहां के पर्यटन कारोबार को इससे फायदा मिल सके. हालांकि दिल्ली से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से कुल्लू के लिए हवाई सेवा जारी तो है, लेकिन उसका किराया इतना अधिक है कि सैलानी हवाई सेवा की बजाय सड़क मार्ग से ही चंडीगढ़ जाना ज्यादा बेहतर समझते हैं. ऐसे में केंद्र सरकार के द्वारा उड़ान योजना के तहत जो नए हवाई अड्डे चिन्हित किए गए हैं. इस योजना में अब पर्यटन कारोबारियों ने चंडीगढ़ हवाई अड्डा को भी चिन्हित करने की मांग रखी है.

जानकारी के अनुसार, कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डा से अमृतसर के लिए भी अब सप्ताह में 3 दिन उड़ाने होंगी. वहीं, इसके लिए कुल्लू से अमृतसर का किराया 1700 से 2600 रुपये रखा गया है और अमृतसर से कुल्लू के लिए 2000 से 3200 रुपये किराया तय किया गया है. इस हवाई उड़ान के माध्यम से अमृतसर से कुल्लू की दूरी को तय करने में 1 घंटे का समय लग रहा है और इसके लिए अब सैलानी भी बुकिंग करने में जुट गए हैं. वहीं, भुंतर से दिल्ली हवाई यात्रा के किराए की बात करें तो सैलानियों को उसके लिए 22,000 से 26,000 रुपये प्रति सीट के चुकाने पड़ रहे हैं. इसके अलावा भुंतर से चंडीगढ़ जाने के लिए सैलानियों को 14 हजार से 18,000 रुपये प्रति सीट का किराया चुकाना पड़ रहा है.

बताया जा रहा है कि सरकार के द्वारा अगर चंडीगढ़ हवाई अड्डा को भी उड़ान योजना में लाया जाता है तो सैलानियों को काफी कम किराए में चंडीगढ़ से कुल्लू और कुल्लू से चंडीगढ़ आने जाने की सुविधा मिलेगी. वहीं, कुल्लू के पर्यटन कारोबारी कृष्ण ठाकुर, अभिनव शर्मा, अतिशय वशिष्ठ, नवनीत सूद का कहना है कि प्राकृतिक आपदा के बाद जिले में पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान हुआ है. अब सैलानी पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं. वहीं, अमृतसर से भी हवाई सेवा के माध्यम से पर्यटक कुल्लू पहुंच रहे हैं. अगर सरकार के द्वारा चंडीगढ़ के लिए भी सस्ती हवाई सेवा को शुरू किया जाए, तो इससे पर्यटन कारोबार को काफी बल मिलेगा और प्राकृतिक आपदा से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई भी पर्यटन कारोबारी कर पाएंगे.

सीपीएस सुंदर ठाकुर ने कहा कि सरकार के द्वारा अमृतसर से भुंतर हवाई अड्डा के लिए जो उड़ान शुरू की गई है, वह पर्यटन के लिए सही है, लेकिन चंडीगढ़ एक प्रमुख केंद्र है और लोगों का आना-जाना भी चंडीगढ़ काफी रहता है. सरकार को चाहिए था कि चंडीगढ़ के लिए भी इस तरह की सस्ती हवाई उड़ान का प्रावधान किया जाता. वहीं, कुल्लू से अमृतसर के लिए जो हवाई सेवा सप्ताह में तीन दिन उड़ान भर रही है. उसे भी नियमित किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

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