डिनोटिफाई शिक्षण संस्थान एक बार फिर हो गए नोटिफाई
टीम एक्शन इंडिया/ हमीरपुर/ विवेकानंद वशिष्ठ
प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव कृष्ण चौधरी व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केवल धीमान ने प्रेस कॉन्फ्रें स के माध्यम से बयान जारी करते जब बताया कि बड़सर विस के डि-नोटिफ ाई शिक्षण संस्थान एक बार फि र नोटिफ ाई हो गए हैं। प्रदेश सरकार से अथाह मांग के उपरांत इस क्षेत्र के डि-नोटिफ ाई हुए बिझड़ी की आईटीआई व पैरवीं के अपग्रेह हुए शिक्षा संस्थान को खोलने का कैबिनेट मंजूरी के बाद अधिसूचना जारी कर दी है। सरकार की इस अधिसूचना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व स्थानीय विधायक इंद्र दत्त लखनपाल का तहेदिल से आभार प्रकट किया है। वहीं बड़सर विस क्षेत्र के मुख्य केंद्र बिझड़ी में आईटीआई शिक्षण संस्थान खुलने की बात की जाए तो यह मांग ढटवाल क्षेत्र के लोगों की लंबे अरसे से चली आ रही थी। कारण साफ है कि ढटवाल क्षेत्र के लोगों को तकनीक के प्रशिक्षण के लिए या तो लंबी दूरी तय कर बणी जाना पड़ता था या फिर निजी शिक्षण संस्थानों का सहारा लेना पड़ता था। इसके चलते अभिभावकों को भारी भरकम खर्च कर अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा ग्रहण करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बताते चलें कि बिझड़ी में आईटीआई खोलने की घोषणा पूर्व भाजपा सरकार ने चुनावी बेला में कर दी थीए लेकिन पूर्व भाजपा सरकार ने चुनावी बेला में इतने शिक्षा संस्थान खोलने का निर्णय लिया था।
भाजपा सरकार के इस निर्णय से सरकारी कोष पर भारी भरकम खर्च पड़ रहा था। लेकिन जैसे की प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ तो ऐसे में सुक्खू सरकार ने पूर्व भाजपा कार्यकाल में अप्रैल माह के बाद हुई घोषणा डि.नोटिफाई कर दिया था। इसके चलते ढटवाल क्षेत्र के बिझड़ी में खुालने आईटीआई भी डि-नोटिफ ाई की भेंट चढ़ गई थी। लिहाजा स्थानीय लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक लखनपाल के माध्यम से मुख्यमंत्री सुक्खू से मिला। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए मंत्रिमंडल बैठक में बिझड़ी में खुलने वाली आईटीआई व पैरवीं स्कूल को नोटिफाई कर क्षेत्र के लोगों को सौगात दे दी है। सरकार के इस निर्णय के बाद स्थानीय बच्चे अब तकनीकी शिक्षा लेने के लिए एक तो लंबी दूरी तय नहीं करेंगे और वहीं दूसरी ओर भारी भरकम खर्च कर निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने से भी छुटकारा मिल गया है।