हरियाणा में कई स्थानों पर बूंदाबांदी के साथ गिरे ओले, 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी
टीम एक्शन इंडिया/कैथल
पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह कैथल सहित प्रदेश के चार जिलों में सुबह बूंदाबांदी हुई और कई स्थानों पर ओले भी गिरे। कैथल के जखोली गांव में आसमानी बिजली गिरने से एक मकान ध्वस्त हो गया और उसमें रखा सामान जल गया। मौसम विभाग ने प्रदेश के 18 जिलों में आंधी तूफान और बूंदाबांदी का येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अगले तीन दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है। चंडीगढ़ के मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और निचले स्तर पर हवाओं की अस्थिरता के चलते हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में 18 मार्च को भी बरसात जारी रहेगी। कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने अंबाला, पंचकूला, करनाल, यमुना नगर, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राण, महेन्द्रगढ़, फतेहाबाद, नूंह, सिरसा, पलवल, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, फरीदाबाद, हिसार और चरखी दादरी जिलों में आंधी तूफान और बूंदाबांदी का येलो अलर्ट जारी किया है। 20 मार्च तक प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा या आंधी चलने की संभावना है। इस दौरान बादल छाए रहेंगे और बरसात होगी। मौसम ने आशंका जताई है कि 22 मार्च के आसपास भी उत्तर भारत मे नया सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे सकता है। इसके कारण उत्तर भारत के विभिन्न इलाकों में आंधी के साथ हल्की से मध्यम बरसात व ओलावृष्टि की गतिविधियों के होने की उम्मीद है।
प्रदेश में छह जगहों पर गिरे ओले: गुरुवार रात प्रदेश में छह गांव व शहरों में ओले गिरे। कैथल के हरिपुरा गांव में रात को व सुबह बरसात के साथ ओले गिरे। इसके अलावा हिसार और नारनौल में ओले गिरे। हिसार के बहबलपुर व तलवंडी राणा गांव के क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई है। वहीं नारनौल के नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव रावता की ढाणी में भी ओले गिरने की सूचना है।
किसानों को सताने लगी फसल की चिंता: रबी की फसल तैयार है और किसान कटाई की तैयारियां कर रहे हैं। ऐसे में ओले गिरने के कारण किसानों को अपनी फसल की चिंता सताने लगी है। सरसों की जहां कटाई व झराई चल रही है।
और फसल मंडियों में भी सरकारी खरीद के इंतजार में है। वहीं गेहूं की फसल भी अब पक रही है और अंतिम स्टेज पर है। ऐसे में ओलों व बारिश से इन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कृषि व मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे गेहूं की फसल में सिंचाई, उर्वरक और कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित रखें। फसल की कटाई ना करें और कटी हुई फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें।
20 मार्च तक मौसम में बदलाव की संभावना: हिसार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 17 मार्च रात्रि से 20 मार्च के दौरान मौसम में बदलाव की संभावना है। राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई रहने तथा उत्तर पश्चिम व दक्षिणी क्षेत्रों में हवाओं व गरज-चमक के साथ कहीं- कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की भी संभावना बन रही है। दिन के तापमान में गिरावट व रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी।