अग्रोहा में सरपंचों ने भैंस के आगे बीन बजाकर किया रोष का इजहार
हिसार/टीम एक्शन इंडिया
सरपंच एसोसिएशन की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार जिले के सरपंचों ने मंगलवार से हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास पर धरना शुरू कर दिया। धरने के दौरान सरपंचों ने मांग की कि डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा उनकी मांग का समाधान करवाए। जिले के हांसी क्षेत्र के सरपंचों ने विधायक विनोद भ्याणा के आवास के समक्ष धरना दिया, वहीं अग्रोहा क्षेत्र के सरंपचों ने खंड कार्यालय के आगे प्रदर्शन करते हुए भैंस के आगे बीन बजाकर रोष जताया। राइट टू रिकॉल व ई टेंडरिंग के खिलाफ चल रहे आंदोलन के 22वें दिन सरपंचों के धरने की अध्यक्षता हिसार सरपंच एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष व प्रधान आजाद सिंह हिंदुस्तानी व सरपंच एसोसिएशन हिसार-’ ब्लॉक गंगवा सरपंच भगवान दास ने की। धरने पर किसान सभा की ओर से सतबीर रुहिल, सूबे सिंह बूरा व बीडीसी प्रदीप बेनीवाल सहित अनेक पहुंचकर अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर धरने को संबोधित करते हुए आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि राज्य कार्यकारिणी के फैसले के अनुसार हमने धरनों का स्थान अब सत्तापक्ष के विधायकों, मंत्रियों व सांसदों के आवास का कर दिया है। इसी कड़ी में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास के समक्ष धरना शुरू किया गया है। साथ ही डिप्टी स्पीकर तक मांग पहुंचाई गई है कि अब सूरजकुंड मेले के अवसर पर वे सरपंचों की मांग से मुख्यमंत्री को अवगत करवाएं व विधानसभा के आगामी बजट सत्र में उनकी मांग विधानसभा में उठवाएं। उन्होंने कहा कि अब यह सत्तापक्ष के विधायकों, सांसदों व मंत्रियों की जिम्मेवारी बनती है कि वे क्या चाहते हैं। आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि बड़ी सरकार चाहे लोकसभा हो या विधानसभा, उसके सदस्य व मुखिया बनकर सभी खुश है और अपनी मनमर्जी से काम करते हैं।
लेकिन छोटी सरकार जो लोकतंत्र की अहम कड़ी है। उसके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। सरकार के पंचायत विरोधी फैसले से गांवों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, जिससे ग्रामीण जनता में सरकार के प्रति रोष है। अग्रोहा में सरपंचों ने खंड कार्यालय के समक्ष भैंस के आगे बीन बजाई। सरपंच रवि ने बताया कि सरकार की नीतियों के विरोध में धरना दे रहे हैं। सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। इसलिए भैंस बुलाकर बीन बजाई। सरपंचों ने इसके बाद पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली का पुतला भी फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की