देश के सर्वांगीण विकास के लिए उस देश की वित्तीय व्यवस्था का मजबूत होना अत्यधिक आवश्यक: राकेश
टीम एक्शन इंडिया/ मंडी/ खेमचंद शास्त्री
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मंडी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के सौजन्य से गांव पधीयूं तहसील सदर जिला मण्डी में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक जिला कार्यालय मंडी से वित्तीय साक्षरता समन्वयक राकेश ठाकुर ने किया। उन्होनें कहा कि किसी भी देश के सर्वांगीण विकास के लिए उस देश की वित्तीय व्यवस्था का मजबूत होना अत्यधिक आवश्यक है एवं वित्तीय व्यवस्था तभी मजबूत होगी जब देश का एक-एक नागरिक फाइनेंशियल सिस्टम से जुड़े। इस व्यवस्था को वित्तीय समावेशन के नाम से भी जाना जाता है।
मुख्यत: ग्रामीण क्षेत्र, जहां हमारे देश की आधे से ज्यादा आबादी निवास करती हैं, उन लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड?ा। वित्तीय समावेशन के तहत वर्ष 2014 में पीएम जन धन योजना की शुरूआत की गई थी। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन शब्द का प्रयोग आसान रूप में गरीबों को बचत और ऋण सेवाओं के प्रावधान का वर्णन करने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गरीब और हाशिए के लोग अपने धन का सर्वोत्तम उपयोग करें और वित्तीय शिक्षा प्राप्त करें। वित्तीय प्रौद्योगिकी और डिजिटल लेनदेन में प्रगति के साथ, अधिक से अधिक स्टार्टअप अब वित्तीय समावेशन को हासिल करना आसान बना रहे हैं। उन्होने बैंक और नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं की जानकारियां भी दी। इस मौके पर स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान पवन कुमार, सचिव किशन चंद, राकेश कुमार और वार्ड सदस्य भी मौजूद रहे।