
हमारी संस्कृति एक धरोहर है, इसलिए हमें संस्कृति को बचाना है : देवेन्द्र
टीम एक्शन इंडिया/गन्नौर। आर्य समाज मन्दिर किशनपुरा मण्डी गन्नौर का वार्षिक उत्सव व श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का समापन हुआ। समारोह में मन्नत ग्रुप के चेयरमैन एवं समाजसेवी देवेन्द्र कादियान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कादियान का कार्यक्रम में पहुंचने पर मन्दिर के सरंक्षक सुरेश बत्रा, प्रधान प्रभूदयाल, प्रचारमंत्री सुरेन्द्र आहूजा आदि ने फूलमालाओं से स्वागत किया। समाजसेवी कादियान ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति एक धरोहर है। हमें संस्कृति को बचाना है। वेद ही सभी धर्मों का मूल है। ऋग्वेद विश्व साहित्य की प्राचीनतम पुस्तक है। वेद ही मानव जीवन को ऊंचा कर सकता है। यूरोप का समस्त दर्शन विज्ञान वेद के सामने तुच्छ है। जो वेद में कहा गया, वही धर्म है और जो वेद विरुद्ध है, वह अधर्म है। पक्षपात रहित आचरण ही धर्म है। कादियान ने कहा कि ऐसे आयोजन का लक्ष्य ईश्वर, वेद, यज्ञ,दयानन्द और आर्य समाज द्वारा वैदिक मान्यताओं का प्रचार है। वैदिक सिद्धांतों पर भजनोपदेशक आचार्य डा. नरेन्द्र आर्य, सुमित आर्य, संतोष आर्या, सत्यकरण दीवान वैद्विक संदेश दिया। आचार्य नरेन्द्र ने शान्ति प्राप्त करने, परिवार सुखी कैसे बने, सांसारिक परेशानियों से बचने, स्वस्थ रहने, बच्चे को संस्कारवान बनाने आदि बारे में में बताया। कार्यक्रम की व्यवस्था भगवान सहाय मल्होत्रा,जगदीश व्यास, सुरेन्द्र ,नरेश कमरा, सतीश नम्बरदार, अर्जुन देव मल्होत्रा, मोहन शर्मा, उषा दीवान, सुषमा,मन्जु भुटानी, राज सरदाना आदि ने संभाली।