अमित शाह के पंजाब दौरे से पहले गरमाई राजनीति
चंडीगढ़, । टीम एक्शन इंडिया
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पंजाब दौरे से पहले राज्य की राजनीति गरमा गई है। पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बुधवार को अचानक कांग्रेस से इस्तीफा देकर दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। अमित शाह 29 जनवरी को पटियाला आ रहे हैं। यहां लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पहली जनसभा आयोजित की जा रही है।
पंजाब में यह राजनीतिक घटनाक्रम ऐसे मौके पर हुआ है जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के लिए अंतिम रैली करने जा रहे हैं। राहुल गांधी ने एक दिन पहले ही होशियारपुर में समूची कांग्रेस के एकजुट होने का दावा किया था। गुरुवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का पंजाब में अंतिम दिन है। इस अवसर पर वह पठानकोट में रैली को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी का पंजाब दौरा कांग्रेस को एकजुट करने में फेल साबित हुआ है। विधानसभा चुनाव के बाद से ही मनप्रीत बादल शांत बैठे हुए थे। कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग द्वारा मनप्रीत बादल पर उन्हें हराने के प्रयास करने के आरोप लगाए जाने के बाद से ही मनप्रीत सिंह बादल ने कांग्रेस से दूरी बना ली थी।
मनप्रीत बादल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अकाली दल से की और बाद में अपनी पार्टी भी बनाई। जिसका कांग्रेस में विलय कर दिया गया। कांग्रेस का साथ भी मनप्रीत को नहीं भाया और अब वह भाजपा के साथ मिलकर नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। मनप्रीत बादल पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं। मनप्रीत ने वर्ष 1995 में पंजाब के गिद्दड़बाहा में हुए उपचुनाव से पंजाब की राजनीति में प्रवेश किया था।
उल्लेखनीय है कि गृहमंत्री अमित शाह पंजाब में विधानसभा चुनाव के बाद जब चंडीगढ़ आए थे तो उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था। उस समय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, पूर्व मंत्री बलवीर सिद्धू, सुंदर श्याम अरोड़ा, गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका समेत कई नेता भाजपा में शामिल हुए थे। पंजाब की पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे राणा गुरमीत सोढी पहले ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं।