
पंजाब में होगा ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’ का गठन
- मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमरगढ़ में क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र लोगों को किया समर्पित
चंडीगढ़: पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में जाने वाली कीमती जानों पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्य मंत्री भगवंत मान ने प्रदेश की सड़कों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए समर्पित ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’ के गठन की घोषणा की है.
यहां आज क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र को लोगों को समर्पित करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में रोजाना करीब 14 कीमती जानें जाती हैं. उन्होंने कहा कि सड़कों पर जाने वाली यह जानें बचाई जा सकती हैं, जिसके लिए पंजाब पुलिस में ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’ का गठन किया जाएगा.
भगवंत मान ने कहा कि थानों में तैनात सिपाहियों के काम का बोझ घटाने के लिए इस फोर्स को गलत ड्राइविंग रोकने, सड़कों पर वाहनों के यातायात को सुचारू करने और अन्य काम दिए जाएंगे. मुख्य मंत्री ने कहा कि यह अत्याधुनिक केंद्र नई तकनीक के साथ लैस है और इस केंद्र के साथ हैवी लाइसेंस हासिल करने के इच्छुक लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जिसके साथ उनके समय, धन और ऊर्जा की बचत होगी.
उन्होंने कहा कि दूसरे देश सड़कों पर होने वाले दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बड़े स्तर पर ज़ोर देते हैं. भगवंत मान ने कहा कि विदेश में किसी नागरिक को लाइसेंस लेने के लिए लिखित व प्रैक्टिकल दोनों तरह की परीक्षा देनी पड़ती है.
मुख्य मंत्री ने उम्मीद जताई कि विदेशों की तरह यह केंद्र ड्राइवरों को सड़कों पर अपने वाहनों की सुरक्षा के बारे में जानकारी देने के लिए अहम भूमिका निभाएंगे. लोगों को ड्राइविंग करते समय अनुशासन, धैर्य और नियमों के पालन जैसे मूल संकल्प अपनाने की अपील करते उन्होंने कहा कि सड़कों पर हर व्यक्ति को समाज के व्यापक हित में अनुशासन का पालना ज़रूर करना चाहिए. भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार सड़कों पर होने वाले दुर्घटनाओं को घटाने के लिए ‘ब्लाइंड स्पॉट’ (अधिक दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों) को दुरुस्त करने के लिए पुरज़ोर कोशिश कर रही है.
मुख्य मंत्री ने स्पष्ट कहा कि हमारी सरकार की मुख्य प्राथमिकता जनता व प्रदेश की सेवा करना है. भगवंत मान ने कहा कि वे राजनीति में नैतिकता के समर्थक हैं और लोगों का एक भी पैसा लेना, उनके लिए ज़हर खाने के बराबर है. भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार ईमानदारी, पारदर्शी और संवेदनशील है.
पिछली प्रदेश सरकार को लंबे हाथों लेते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि इन भ्रष्ट लोगों ने अपने निजी हितों के लिए प्रदेश के हितों को नजरंदाज किया. उन्होंने कहा कि इन राजनीतिज्ञों ने सरकारी संस्थानों को कमजोर कर स्वास्थ्य, शिक्षा, ट्रांसपोर्ट व अन्य क्षेत्रों में एकाधिकार स्थापित कर लिया. भगवंत मान ने कहा कि यह नेता इतने लालची थे कि इन अधिक भीड़ खींचने वाली रेहड़ियों व फड़ी वालों को भी नहीं बख़्शा और इनमें भी हिस्सेदारी डालने की कोशिश की.