सरपंचों ने विधायक के निवास पर दिया धरना
कैथल/टीम एक्शन इंडिया
ई-टेंडरिंग, राइट टू रिकॉल व अन्य मांगों को लेकर जिला भर के सरपंचों ने बुधवार को कैथल के विधायक लीलाराम के निवास के बाहर धरना दिया। धरने के दौरान सरपंचों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। कुरुक्षेत्र रोड पुराना बाईपास पर विधायक निवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा। धरने की अगुवाई सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर समैण ने की व संचालन ब्लॉक कैथल प्रधान कर्मबीर मानस ने किया। बुधवार सुबह तय कार्यक्रम के अनुसार जिला भर के सरपंच हनुमान वाटिका में एकत्र हुए। उसके बाद सरपंच अपनी मांगों के हक में नारे लगाते हुए विधायक लीलाराम के निवास के बाहर पहुंचे। सरपंच वहां दरी बिछाकर बैठ गए और धरना शुरू दिया। सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर समैण ने कहा कि हिसार में हुई सरपंच एसोसिएशन की मीटिंग के अनुसार जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इसी कड़ी में आज कैथल के विधायक के बाहर धरना शुरू किया गया है। सरपंचों की मांग है कि संविधान के 73वें संसोधन की 11वीं सूची में पंचायतो के लिए निहित सभी 29 अधिकार बहाल किए जाऐं। राईट टू रिकाल विधायक व सांसद पर भी लागू हो। ई-टेंडरिंग पूर्ण रूप से बंद हो जो भ्रष्टाचार की जननी है। सरपंच की सैलरी 30 हजार रुपए व पंच की सैलरी 5 हजार रुपए प्रति माह की जाए। विधायकों को सरपंचों की मांगों का समर्थन करने के लिए मजबूर किया जाएगा। मानस के सरपंच कर्मबीर भाल ने कहा कि आंदोलन के अगले दौर में चंडीगढ़ तक पैदल मार्च व ट्रैक्टर मार्च भी शामिल है। धरने में मानस के सरपंच कर्मबीर भाल, बालू के सरपंच साहिल बालू, खरक पांडवा के सरपंच सुरेश कुमार, मटौर के सरपंच रमेश, धूंधरेहड़ी के सरपंच सुखविंदर गोयत, गढ़ी पाडला के सरपंच महिपाल, धनोरी के सरपंच कपिल, बालू के सरपंच दिनेश भूरा, भानपुरा के सरपंच दयानंद व ग्योंग के सरपंच कर्मवीर ने हिस्सा लिया।