Shimla Cloud Burst: रोहड़ू में बाढ़ में बहे दादा-दादी और पोते का शव बरामद, पब्बर नदी से पुलिस ने किया रेस्क्यू
शिमला: शनिवार को बादल फटने से शिमला के रोहड़ू गांव में लैला नदी में अचानक आई बाढ़ में सड़क किनारे ढ़ाबा के साथ एक बुजुर्ग दंपत्ति और उनका पोता बह गए थे. रविवार को शिमला पुलिस ने पब्बर नदी से तीनों का शव बरामद किया है. शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शनिवार को बहे शवों को पुलिस ने बरामद कर लिया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि रोशन लाल और उनकी पत्नी भागा देवी गांव में ढाबा चलाते थे. उनका पोता कार्तिक उनसे मिलने आया था. शनिवार को बादल फटने से आई बाढ़ में तीनों बह गए. शनिवार को पुलिस ने तीनों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. वहीं, आज पुलिस को पब्बर नदी से तीनों का शव मिला है. जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है.
संजीव गांधी ने कहा शिमला जिले में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 26 घायल हुए हैं. चार लोग अभी भी लापता हैं. मानसून सीजन में शिमला में लगभग 88 घर, 47 वाहन और आठ पशु शेड क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा पुलिस, प्रशासन और अन्य टीमों ने 44 बचाव अभियानों में 150 से अधिक लोगों को बचाया है.
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने 25 और 26 जुलाई को हिमाचल के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट और 24 और 27 जुलाई को भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली के अनुसार, 24 जून से अब तक चल रहे मानसून के मौसम के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के अलावा भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं में 158 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, राज्य को ₹5115 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. करीब 700 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं.