लोक गायक जीतू सांख्यान मतलब दा संसार एलबम की शूटिंग पूरी, शीघ्र होगी लॉन्चिंग
टीम एक्शन इंडिया/ बिलासपुर/ कश्मीर ठाकुर
लोक गायकी में अपनी अलग पहचान बना चुके फ ौजी जीतू सांख्यान का अपनी गायकी के प्रति जुनून कम होता प्रतीत नहीं हो रहा है। एक से बढकर एक स्वरबद्ध लय प्रस्तुत करने वाले जीतू सांख्यान की अभी हाल ही में रिलीज भजन सीरीज की पेशकश मैं तां कृष्णा तेरी को दर्शकों और श्रोताओं ने सर आंखों पर बिठाया है। करीब नौ दिनों में इस भजन को 16 हजार से ज्यादा दर्शक देख व पसंद कर चुके हैं। इसी से उत्साहित जीतू सांख्यान ने मतलब दा संसार नाम से एक गीत गाया है। जिसमें मौजूदा हालातों पर कटाक्ष किया गया है तथा अपने प्रशंसकों तक जीवन की वास्तविकता समझाने का प्रयास किया है। इस भजन का आॅडियो तैयार है जबकि विडियो एलबम की शूटिंग बिलासपुर के रमणीय स्थलों पर चली है। चमलोग स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर में इस गाने को शूट किया गया जबकि अथाह जलाशय से भरी गोविंद सागर झील की खूबसूरती को भी इस एलबम में समेटने का प्रयास किया गया है।
जीतू सांख्यान ने बताया कि शीघ्र ही शिव भजन, डमरू बजदा आया, साई भजन, राम भजन व मां की भेंटे बहुत जल्द आने वाली हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों कॉपी पेस्ट का जमाना है लेकिन सुनने वालों को नया कुछ मिले इसलिए प्रयास सतत जारी है। उन्होंने कहा कि सुने सुना, भजनों को नया रूप देकर परोसने से क्षणिक लोकप्रियता मिलती है लेकिन यदि कुछ हटकर किया जाए तो वह लंबे समय तक लोगों के जहन में रहता है। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों का प्रेम मिलता रहेगा वे कुछ न कुछ नया करने का प्रयास करेंगे। गौर हो कि इससे पहले कोल डैम विस्थापितों की मर्म को जीतू सांख्यान ने शब्दों और स्वर में उकेर कर एक इतिहास रचा है। आज भी कोल डैम एत्थी लगया ओ जानी मेरिए, असां नवियां जगह कियां बसी जाणा एबलम के सभी गीत आज भी गुनगुना, जाते हैं।
इसी एलबम के धारा पारा रेया पिपलुआ सहित अन्य गीत आज भी कई समारोहों की शोभा बढ़ाते हैं। इसके बाद इन्होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा। इन्होंने फ ोरलेन, बटवाड़ा धार, तेरी मुरली आदि दर्जनों कर्ण प्रिय गीत व भजन प्रस्तुत किए है। आईटीबीपी चंडीगढ़ में सेवाएं दे रहे जीतू सांख्यान मूलत हरनोड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं।