हिमाचल प्रदेश

‘महाराणा प्रताप सागर झील पौगवाध से लकड़ी पकड़े जाने पर होगी सख्त कार्रवाई’

टीम एक्शन इंडिया/ कांगड़ा/ विजय समयाल
महाराणा प्रताप सागर झील पौंग बांध में पानी में बह कर आई लकड़ी बरामद होती है, तो पौंग जलाशय के किनारे से लकड़ी उठकर लाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बारे वन्य प्राणी विभाग धमेटा के परिक्षेत्र अधिकारी ने जानकारी देते हुए विभागीय अधिकारी इब्राहीम मोहम्मद ने बताया उपमंडल फ तेहपुर से सटे पौंग जलाशय के किनारों पर काफ ी मात्रा में लकड़ी मण्डी, कुल्लू, मनाली, इत्यादि क्षेत्रो से पानी में बह कर पहुंची है। जिसे विभाग ने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। वहीं उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि आपदा के दौरान पानी में बह कर आई लकड़ी को उठाने का प्रयास न करें। अन्यथा सख्त कार्रवाई होगी। गत दिबस विभाग के सामने पौगबाधं के किनारे से अवैध रुप से लकड़ उठाने का मामला आया था जिस पर विभाग ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए लकड़ी को कब्जे में ले लिया व उक्त व्यक्ति की पहचान कर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 45 हजार का जुमार्ना लगाया है। उन्होंने कहा वो व्यक्ति को जुमार्ना देने में सक्षम है, इसलिए वो तो जुर्माना जमा करवा देगा, लेकिन अगर आम नागरिक के पास लकड़ी पाई गई व उसे इतना जुर्माना देना पड़े तो वो कहां से देगा। इसलिए उन्होंने लोगों से फि र अपील की है कि वो पानी में बह कर आई लकड़ी को न उठाएं।

साथ ही कहा सर्च अभियान दौरान क्षेत्र में चल रहे लकड़ी के आरों का भी निरीक्षण किया जाएगा।इस बार हुई भयंकर बरसात के कारण ऊपरी हिमाचल से कीमती लकड़ी ब्यास नदी व सहायक खड़ों के माध्यम से पानी में बह कर पोंग जलाशय के किनारों पर पहुंच गई है, जिसे सरकार द्वारा सरकारी संपति घोषित करते हुए लोगों से उस लकड़ी को न उठाने की अपील की हुई है। फि र भी कुछ लोग पौंग जलाशय किनारे पड़ी लकड़ी को उठाने की भूल कर रहे हैं। इसके चलते अब वन्य प्राणी विभाग द्वारा सर्च अभियान शुरू किया जा रहा है। इस दौरान अगर कही भी पानी विभाग जल्द ही क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू करने जा रहा है। इस दौरान अगर कहीं पर भी रखी हुई उक्त लकड़ी पाई गई, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा। तो वही वर्ड सैचुरी एरिया में अबैध रूप से गुर्जर समुदाय व स्थानीय व्यक्ति अपने मवेशीयों को न ले जाए उनपर भी नियमानुसार कार्यवाही अमल मे लाई जाएंगी सैचुरी एरिया से गुर्जर समुदाय से अवैध रूप से भैसे छोडने पर 50000/रूपए का जुमार्ना बसुला गया है और आगे भी कार्य वाही अमल मे लाई जाएगी।

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