गर्मी के मौसम का सब्जियों पर है कहर
टीम एक्शन इंडिया
दलबीर मलिक
कुरुक्षेत्र : हालांकि शनिवार शाम को मौसम का मिजाज थोड़ा बदला है। हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी भी हुई है लेकिन पिछले कुछ दिनों से कुरुक्षेत्र की सब्जी मंडी, सब्जी व फलों की दुकानों सहित खेतों में भी गर्मी का असर देखा जा रहा है। भीषण गर्मी में सब्जियों की पैदावार सहित रेट भी प्रभावित हुए हैं। कृषि विशेषज्ञों ने गर्मियों में सब्जियों के खराब होने तथा फल फूल भी असर बताया है।
उल्लेखनीय है कि पूरे राज्य सहित कुरुक्षेत्र में पड़ी गर्मी का असर अब सब्जियों व फलों पर भी पड़ा है। गर्मी का असर यह है कि घीया, करेला, तरबूज व टिंडा की सही से फ्रुटिंग (फल के फलने की प्रक्रिया) नहीं हो रही है। कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी. सिंह ने वैज्ञानिक प्रक्रिया से गर्मी का सब्जी के फल बनने से पहले ही फूल खराब होने की प्रक्रिया बारे बताया है। गर्मी का बेल वाली सब्जियों पर सबसे अधिक असर दिखा है।
खेत में खड़ी सब्जियां खराब हुई हैं। इस सप्ताह तो कुरुक्षेत्र का अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री के पार तक देखा गया है। ऐसे में बढ़े तापमान का असर मौसमी सब्जियों व फलों की खेती पर भी आने लगा है। विशेषज्ञों की मानें तो इस बार गर्मी इतनी भीषण है कि वाष्पीकरण के कारण धरती लगातार गर्म होती जा रही है। इसका असर इस बार करेला, तरबूज, घीया व टिंडा की बीजी गई सब्जियों फ्रुटिंग पर हो रहा है। यानि सब्जियों पर लगने वाला फल पनप नहीं पा रहा है, क्योंकि पौधों की जड़ गर्मी से काफी प्रभावित हो रही हैं।
नमी की कमी के कारण पौधों को सही तरीके से पानी नहीं मिल रहा। यह सब्जियों के पौधों के लिए काफी नुकसानदायक हो रहा है। अभी थोड़े मौसम के बदले मिजाज से उम्मीद जगी है लेकिन गर्मी से राहत की उम्मीद कम है।
दूसरी और मंडी के दुकानदारों की बात करें तो उनका कहना है कि खेतों में सब्जी खराब हुई है लेकिन जो बिकने के लिए आई है समय पर बिक्री न होने पर भी भीषण गर्मी से सब्जियां खराब हो जाती है जिसका असर पर सब्जी के रेटों में देखा जा सकता है। सब्जियां महंगी हो रही हैं।