हिमाचल प्रदेश

आपदा प्रबंधन में हिमाचल पुलिस और एसडीआरएफ की भूमिका सराहनीय

टीम एक्शन इंडिया/ मंडी/ खेमचंद शास्त्री
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने हाल ही में प्रदेश भर में आई आपदा से निपटने में एसडीआरएफ और हिमाचल प्रलिस की भूमिका की सराहना की। मंडी पुलिस लाईन में पत्रकारों से बता करते हुए डीजी पुलिस संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल पुलिस राष्ट्रपति पदक से अलंकृत होने वाली देश की सातवीं राज्य की पुलिस है जो सतर्कता एवं प्रोफेशनल तरीके से हर चुनौती का सामना करती है। उन्होंने कहा कि थाना स्तर के अधकारी मौके पर ऊपर से किसी आदेश का इंतजार किए ही अपने स्तर पर इस तरह की चुनौती से निपटने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश को तीन एसडीआर की कंपनियां मिली है। जिनका एनडीआरएफ के साथ प्रशिक्षण करवाकर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तैनाती दी गई है । हाल ही में आई आपदा में एसडीआरएफ और हिमाचल पुलिस ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया है। जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। संजय कुंडू ने कहा कि ब्यास नदी के उपरी क्षेत्र जिसमें मनाली से लेकर मंडी के औट तक का क्षेत्र शामिल है, भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन होने से लोगों का नुक्सान हुआ है। इसके बावजूद इतनी बड़ी आपदा के बावजूद जानी नुक्सान कम हुआ है। उन्होंने कहा कि कुल्लू.मनाली इस समय पर्यटन की दृष्टि से देश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित हुई है । यहां पर हर सीजन में एक लाख से ज्यादा पर्यटक मौजूद रहते हैं । इस आपदा में देश ही नहीं 25 देशों के करीब 70 हजार पर्यटकों का रेस्क्यू किया गया।

लाहुल-स्पीति जिले के चंद्रताल से भी पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान बिना थके, बिना रूके सडंक पर डटे रहे और बाहरी पर्यटकों को सुरक्षित निकालने की चुनौती का डटकर सामना करते रहे। संजय कुंडू ने बताया कि पंडोह डैम का पानी छोड?े से मंडी में ब्यास नदी में बाढ़ आई जिससे पंडोह से लेकर मंडी शहर तक भारी तबाही हुई है। बीबीएमबी द्वारा बिना सूचना के भारी मात्रा में अचानक पानी छोड?े के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। अभी आपदा से निपटने का समय है बाद में इसकी जांच की जाएगी आखिर गलती किस स्तर पर रही है। डीजी पुलिस ने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि पत्रकार और पुलिस मजबूती के साथ अपने-आपदा अपने काम में डटे रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे मौके पर सही सूचना देना जरूरी है।

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