अन्तर्राष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान में सहायता पहुंचाने के प्रयासों में तेजी की

  • संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान में सहायता पहुंचाने के प्रयासों में तेजी की
  • लेबनान में UN लड़ाई के बीच जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के लिए अपने प्रयास तेज कर रहे
  • यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने लेबनान में युद्ध विराम की बात दोहराई

संयुक्त राष्ट्र
 संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि लेबनान में संयुक्त राष्ट्र और उसके साझेदार लगातार लड़ाई के बीच जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के लिए अपने प्रयास तेज कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा बनाए गए एक मानवीय काफिले ने नबातिह गवर्नरेट में जरूरी सहायता सामग्री पहुंचाई, जिसमें तैयार खाने, साफ-सफाई के सामान और सौर लैंप शामिल थे।

ओसीएचए के अनुसार, इस महीने अब तक, संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान के दुर्गम क्षेत्रों में लोगों को आठ मानवीय काफिलों द्वारा सहायता भेजी है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया, इसके अलावा दक्षिण लेबनान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने बमबारी से क्षतिग्रस्त जल सुविधाओं की आपातकालीन मरम्मत का समर्थन करने के लिए आवश्यक आपूर्ति प्रदान की है, जिससे 3,60,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पोलियो, खसरा, रूबेला आदि जैसी बीमारियों के खिलाफ विस्थापित बच्चों के टीकाकरण में लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों को अपना सपोर्ट दिया।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने पूरे देश में सेवाएं देना जारी रखा।

हालांकि यूएनएफपीए ने बताया कि सुरक्षा स्थिति खराब होने के कारण, एजेंसी द्वारा समर्थित कुछ साइटें अब चालू नहीं हैं। इसमें 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से छह, इसी तरह नौ मोबाइल यूनिट्स में से एक यूनिट और महिलाओं और लड़कियों के लिए 17 सुरक्षित स्थानों में से पांच शामिल हैं।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन (माइग्रेशन) संगठन के अनुसार, लेबनान के अंदर 8,33,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। बुधवार तक, विस्थापितों में से लगभग 1,92,000 लगभग 1,100 शेल्टर में रह रहे थे, जिनमें से 84 प्रतिशत पूरी क्षमता पर थे।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने पिछले अक्टूबर से लेबनान में विस्थापित हुए 53,400 से अधिक शरणार्थियों की पहचान की है, जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक को पिछले महीने ही भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जिसमें अधिकांश सीरियाई शरणार्थी हैं।

सीरियाई अरब रेड क्रिसेंट के अनुमानों के आधार पर, सितंबर से लगभग 4,40,000 लोग लेबनान से सीरिया में भाग गए हैं।

यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने लेबनान में युद्ध विराम की बात दोहराई

 के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल ने कहा कि लेबनान में चल रहे संकट को हल करने के लिए सात कदम उठाने की तत्काल आवश्यकता है।

फ्रांस में आयोजित लेबनान के लोगों और संप्रभुता के समर्थन सम्मेलन के बाद उनका यह बयान आया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस सम्मेलन में लेबनान को मानवीय सहायता और सुरक्षा बलों के समर्थन के लिए कुल मिलाकर 1 अरब डॉलर का वादा किया गया था।

उन्होंने कहा कि लेबनान में स्थिति बेहद गंभीर है और हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच सैन्य टकराव को समाप्त करने के लिए तत्काल और बड़े पैमाने पर प्रयासों की आवश्यकता है, जो नागरिक आबादी को भारी पीड़ा पहुंचा रहा है और लेबनानी सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर रहा है।

बोरेल ने जोर देकर कहा, “पहला कदम युद्धविराम है, शत्रुता को रोके बिना, कुछ भी संभव नहीं होगा।”

अन्य आवश्यक कदमों में राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन, अपने क्षेत्र पर लेबनान की संप्रभुता को बहाल करना और लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) के जनादेश को बढ़ाना शामिल है। इसके अलावा, नए राष्ट्रपति के चुनाव के बाद मजबूत आर्थिक समर्थन के साथ-साथ लेबनानी लोगों को बिना शर्त आपातकालीन मानवीय सहायता का प्रावधान महत्वपूर्ण है।

बोरेल ने कहा, “हम इस समय लेबनान में संभावित राजनीतिक प्रक्रिया की शुरुआत और व्यापक स्तर पर होने वाले संघर्ष के बीच समय के साथ संघर्ष कर रहे हैं, जिसके परिणाम अनगिनत होंगे।”

शुक्रवार को बाद में बोरेल ने लेबनान में दिन में एक इजरायली हवाई हमले में तीन पत्रकारों की हत्या की निंदा की, और कहा कि पिछले एक साल में गाजा में लगभग 130 पत्रकारों की जान जा चुकी है।

उन्होंने ‘एक्स ‘पर कहा, “प्रेस की स्वतंत्रता और पहुंच की गारंटी होनी चाहिए, और पत्रकारों को हर समय सुरक्षा मिलनी चाहिए।”

 

 

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