हिमाचल प्रदेश

जिला के पारंपरिक लोकगीतों का लिखित संकलन होगा तैयार: उपायुक्त डीसी राणा

टीम एक्शन इंडिया/चंबा/हामिद
उपायुक्त डीसी राणा ने कहा है कि जिला के विभिन्न उपमंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता जिला चंबा की लोक कला एवं संस्कृति को अति समृद्ध बनाती है।डीसी राणा भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चंबा में आयोजित जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चंबा जिले का गौरवशाली इतिहास रहा है। जिला की समृद्ध लोक कला एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को लेकर पारंपरिक लोकगीतों का लिखित संकलन डॉक्यूमेंटेशन तैयार किया जा रहा है। डीसी राणा ने स्थानीय कलाकारों, गीतकारों, साहित्यकारों से पारंपरिक लोकगीतों के संग्रह को जिला भाषा अधिकारी को उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया। जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सांस्कृतिक दलों के कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा कि पारंपरिक लोक संस्कृति को संजोए रखे जाना आवश्यक है, ताकि भावी पीढ़ी भी अपनी इस अनमोल लोक संस्कृति भली-भांति अवगत रहे। इस दौरान विभिन्न उप मंडलों से 17 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में जिला लोक संपर्क अधिकारी सुभाष कटोच, राजकीय महाविद्यालय चंबा के सहायक प्राध्यापक संगीत डॉ. संतोष, संगीत प्रवक्ता गुलशन पाल ने अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों ने बढ़-चढकर भाग लिया।
यह रहे प्रतियोगिता में विजेता
सांस्कृतिक दल-सरस्वती कला संगम प्रथम विकासशील युवक मंडल कीड़ी दितीय और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणूकोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: 10 हजार, 8 हजार और 6 हजार रुपयों की राशि की गई प्रदान। इस अवसर पर रितिका फोक ग्रुप चंबा व इंदरूनाग युवक मंडल सामरा। सांत्वना पुरस्कार के रूप में क्रमश: 5 हजार की राशि प्रदान की गई।

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