
आर्थिक तंगी से जूझ रहे जल शक्ति विभाग आउटसोर्स कर्मी
टीम एक्शन इंडिया/ बिलासपुर/ कश्मीर ठाकुर
जल शक्ति विभाग मलोण जमथल व हरनोडा आदि में भी कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को एक साल से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। इस कारण इन कर्मचारियों के लिए अपने परिवार का पालन पोषण कर पाना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। लगातार 11 वर्षो से अपनी सेवाएं दे रहे इन कार्यरत आउटसोर्सिंग युवाओं को एक साल से वेतन की अदायगी नहीं की जाने के लिए मंगलवार को उपायुक्त बिलासपुर व एक्शन जल शक्ति विभाग को ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वेतन दिलाने की मांग की है। कई गांवों को पेयजल आपूर्ति करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पिछले 12 माह से मानदेय प्राप्त नहीं हुआ है और विभाग द्वारा हमसे बिना वेतन के कार्य लिया जा रहा है। अब वेतन के अभाव में एक-एक पैसे के लिए तरसना पड़ रहा है। हजारों के कर्जे में डूबे कर्मचारी कार्यालयों व अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन न तो इन्हें वेतन मिल रहा है और न ही अधिकारियों की ओर से उचित आश्वासन प्राप्त हो रहा है। जिससे इन कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
शिकायतकतार्ओं ने बताया कि वेतन की मांग करने पर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी तरह-तरह के बहानेबाजी कर रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि निरंतर एक साल से वेतन नहीं मिलने से उनकी माली हालत खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग के पेयजल योजना हरनोड़ा जमथल पर पिछले लगभग 11 वर्षों से कार्यरत है। हम पिछले कई वर्षों से विभाग से इन वेतन से संबंधित समस्याओं से अवगत करवा रहे हैं। परंतु कोई समाधान विभाग द्वारा नहीं निकाला जा रहा है।
यदि हम विभागीय या कॉन्ट्रैक्टर से अपने हक को लेकर आंदोलन की बात करे तो हमें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। अब समस्त आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में मलोण जमथल हरनोडा पेयजल योजना के तहत काम करने वालों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 10 दिनों में के भीतर कोई समाधान निकाला तो पेयजल योजना को बंद करने को मजबूर हो जाएंगे। बरसात के दिनों में ढांक से गुजर रही पानी की टूटी पाइपों को जोड?े के लिए अपनी जान पर खेलकर जल शक्ति विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग काम रहे है। फि र भी विभाग उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है।