नक्सली मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग में 6 माह की मासूम की मौत पर मामला गरमाया, जंगल में ग्रामीणों का आंदोलन
रायपुर.
छत्तीसगढ़ के बीजोपुर के मुतवेंडी में बीते दिनों नक्सली और जवानों के बीच जमकर गोलीबारी की गई थी। इस गोलीबारी के दौरान क्रास फायरिंग में 6 माह की मासूम की मौत हो गई थी। वहीं दो जवान भी घायल हुए थे। अब मासूम की मौत के बाद इलाके के ग्रामीण आदिवासी जंगल में बड़ी संख्या में आंदोलन पर उतर आए है। ग्रामीणों का आरोप सीधा छत्तीसगढ़ की साय सरकार पर हैं।
वही आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को कांग्रेस ने समर्थन दिया है। कांग्रेस ने अक्रामक रुख अपनाते हुए मामले में जांच कमेटी गठित किया है। बतादें कि घटना के बाद सोमवार को विधायक विक्रम शाह मंडावी के साथ जांच दल मुतवेंडी के कावडगांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। पहले तो मुलाकात करने जा रहे कांग्रेस के नेताओं को CRPF के जवानों ने रोक दिया था। फिर जब विवाद बड़ने लगा तो फिर उन्हे आगे जाने दिया। गांव पहुंचकर कांग्रेस नेताओं ने देखा कि ग्रामीणों के द्वारा बड़ी संख्या में आंदोलन किया जा रहा है। ग्रामीण विरोध करते हुए पूरे गांव में हाथ में तख्ती लेकर घूम-घूम कर आंदोलन भी कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जवानों के द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गई है, जिस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं ग्रामीणों से मिलने पहुंचे विधायक ने छत्तीसगढ़ की सरकार पर सीधा आरोप लगाया है।
कांग्रेस ने लगाया साय सरकार पर आरोप
ग्रामीणों से मुलाकात और उनके आंदोलन में शामिल हुए कांग्रेस के विधायक विक्रम मंडावी ने छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार आज आदिवासियों की आवाज को नहीं सुन रही है। लेकिन कांग्रेस हर हाल में ग्रामीणों का सांथ देगी। मंडावी के साथ जांच दल के अन्य साथी जिला पंचायत अध्यक्ष नीना रावतीयां बसंत ताटी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष लालू राठौर जल्द पूरी रिपोर्ट तैयार कर आलाकमान को सौंपेंगे।