हरियाणा

शाह ने को ऑपरेटिव एक्सपोर्ट हाउस का किया उद्घाटन

करनाल/टीम एक्शन इंडिया
हरियाणा से चावल और अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात व्यवस्थित तरीके से करने व व्यापारियों का सहयोग करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा स्थापित किए गए सहकारिता निर्यात प्रतिष्ठान (को-आॅपरेटिव एक्सपोर्ट हाउस) का आज करनाल में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गरीमामयी उपस्थिति में उदघाटन किया। करनाल में स्थापित किया गया यह एक्सपोर्ट हाउस व्यापारियों के लिए तो बड़ी भूमिका अदा करेगा, साथ ही इसके शुरू होने से किसानों को भी लाभ होगा। अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में राष्ट्रीय सहकारिता नीति के क्रियान्वयन एवं सहकारिता विभाग की विभिन्न परियोजनाओं के शुभारम्भ से सहकारिता विभाग नई उंचाईयों को छुएगा। चावल निर्यात के साथ साथ हस्तकला को भी विश्व के बाजारों में बेचने के अवसर मिलेगें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णयों को हरियाणा सरकार ने तुरंत लागू करके पैक्स को मजबूत करने का कार्य किया है। अब पैक्स के माध्यम से सीएससी, एफपीओ, हर घर नल से जल, गैस एजेंसी, सस्ते अनाज की दूकानें, गांवों में लाईट ठीक करने व स्वच्छता जैसे 20 प्रकार से कार्य किये जाएंगे। केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने हरियाणा में सहकारिता को बढावा देने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सहकारिता मंत्री डा. बनवारी का विशेषरूप से आभार जताया। केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस निर्यात प्रतिष्ठान में एक्सपोर्ट करने वाले किसानों को केवल उत्पाद लेकर आना है। टेस्टिंग समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं को-आॅपरेटिव हाउस में होंगी। किसानों की आमदनी बढ़ाने में यह एक्सपोर्ट हाउस बड़ी भूमिका निभाएगा।
अमित शाह ने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली की प्रशंसा: अमित शाह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार की मुक्त कंठ से न केवल प्रशंसा की बल्कि विस्तार से सरकार की उपलब्धियों को गिनवाने का काम किया। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने सरकार की लोकप्रिय योजनाओं के साथ-साथ जनहितैशी फैसलों को लेने के लिए भी मुख्यमंत्री की सराहना की। तमाम विरोधों के बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा पढ़ी-लिखी पंचायतों का चयन आज देश में अपनी तरह का अनूठा उदाहरण है। आज हरियाणा देश का संपूर्ण रूप से पढ़ी लिखी पंचायतों वाला सबसे पहला और एकमात्र प्रदेश बन गया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बधाई दी। इसी के साथ प्रदेश को धूंआ मुक्त बनाने, ओडीएफ फ्री करने जैसे इनीशिएटिव के लिए भी प्रदेश सरकार की सराहना की। राज्य सरकार ने हर घर में गैस का चूल्हा पहुंचाकर हरियाणा को धुआं मुक्त बनाने का काम किया।
इसके अलावा, हर घर में शौचालय बनवा कर और सर्वाधिक ओडीएफ प्लस गांव अगर किसी एक राज्य में हैं तो वे केवल हरियाणा में हैं। इसका सारा श्रेय मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जाता है। अमित शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने जहां हरियाणा को आदर्श राज्य बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णयों को लागू किया, वहीं प्रदेश को विकास के शिखर पर पहुंचाने का काम भी किया है।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की मैन्यूफैक्चर विकास दर 10 प्रतिशत है। जिन राज्यों का इंडस्ट्री बैकग्राउंड था उसको भी हरियाणा ने पीछे छोड़ा है। देश की 6.5 प्रतिशत मैन्यूफैक्चरिंग विकास दर के मुकाबले हरियाणा 10 प्रतिशत विकास दर पर खड़ा है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। साथ ही, हरियाणा सबसे बड़ा सॉफ्टवेयर निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है। स्टार्टअप में भी 4119 स्टार्टअप को रजिस्ट्रेशन कर हरियाणा आगे निकल रहा है। देश में जितनी भी चारपहिया वाहन बनते हैं उनका 50 प्रतिशत उत्पादन केवल हरियाणा में हो रहा है। अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार व्यापार घाटे को कम करने, निर्यात बढ़ाने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए समय-समय पर जोर दे रही है। हरियाणा सरकार भी कृषि उत्पादों के निर्यात पर विशेष बल दे रही है, जिससे दीर्घकाल में रोजगार के अवसर सृजित करने और देश में विदेशी मुद्रा लाने के अलावा कृषि क्षेत्र भी मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप हैफेड ने 2021 में खाद्यान्न के निर्यात में प्रवेश करने की परिकल्पना की थी। हैफेड 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर (75 करोड़ रुपये) मूल्य के 5000 मीट्रिक टन और 4,000 मीट्रिक टन बासमती चावल के दो निर्यात आॅर्डर हासिल करने में सफल रहा।
सांझी डेयरी स्कीम का हुआ शुभारम्भ: अमित शाह ने भूमिहीन दुग्ध उत्पादकों को पशुचारा, वेक्सीनेशन तथा पशुचिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा में सांझी डेयरी स्कीम का भी शुभारम्भ किया। इससे गांवों में गोबर गैस से खाद व अन्य उपकरण बनने से स्वच्छ वातावरण होने के साथ गांवों का समग्र विकास होगा। उन्होंने इन्टरनेट रेडियो-सहकारिता वाणी-का विमोचन भी किया। इससे किसानों तथा सहकारी संस्थाओं को समय समय पर खेती, पशु प्रजनन, एफपीओ तथा दुग्ध से संबंधित गुणवता में सुधार और विपणन की गुणवता व देश में प्रचलित दरों इत्यादि की प्रमुख वैज्ञानिक जानकारी मिलती रहेगी। इस मोबाईल एप के माध्यम से किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा।

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